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अपने ख़्वाबों के आसमान में उड़ता हुआ परिन्दा - आलोक पाण्डेय

अपने ख़्वाबों के आसमान में उड़ता हुआ परिन्दा - आलोक पाण्डेय


भास्कर सुहाने , 9 सितम्बर 2018 

मंदिर के बाहर आपके चेले चपाटे 10 -10 रूपए में किताबें बेच रहे हैं | पेज नंबर 4 पर लिखा हुआ बता रहे हैं कि ये मंत्र पढ़ो तो पुत्र पैदा होगा | मतलब इनके हिसाब से एक 10 रुपय की किताब खरीद लो और भगवान के Master-Plan की पूरी तरीके से बाट लगा दो | 




फिल्म pk का ये डायलॉग तो याद आ रहा होगा , जहाँ एक शख्श मंदिर से वीडियोलाइव होकर एक पाखंड कर रहे पंडित को एक्सपोज़ करता है | वो कोई और नहीं हमारे "आलोक पाण्डेय" जी ही थे | फिल्म का वो छोटा सा सीन जब भी देखता हूँ तो उनको देखकर लगता है कि कोई पर्दे पर है | 

      'सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट' और 'भारतेन्दु नाट्य एकेडमी' से मंझकर निकले हुए आलोक  के लिए ये सब इतना आसान भी नहीं था |  

साल 2007 से अब तक 11 साल हो गए हैं उन्हें इंडस्ट्री से जुड़े हुए | कैरियर के शुरुवाती दिनों में उनको C.I.D. में एक छोटा सा रोल ऑफर किया गया था , उसका मेहनताना 3000 / - रुपय दिया गया मगर शूट के बाद एडिटिंग में उनका रोल काट दिया गया , जो टेलीकास्ट नहीं हो सका | 


   
2007 के बाद से ही नाटकों और मंचो की तरफ उनका रुझान बढ़ता गया और फिर वो भारतेन्दु नाट्य एकेडमी से जुड़ गए | कई नाटकों और मंचीय प्ले में भाग लिया और अभिनय की बारीकियाँ सीखीं | 

     एक बेहतरीन अभिनता के जीवन में रंगमंच क्या रोल अदा करता है उससे बेहतर कोई नहीं जानता | रंगमंच , अभिनय की आत्मा है | जिस तरह बिना आत्मा के शरीर की कल्पना नहीं की जा सकती , ठीक उसी तरह बिना रंगमंच और नाटकों के बिना एक बेहतरीन अभिनय की कल्पना नहीं की जा सकती | अभिनय की छोटी से छोटी बारीकियाँ आपको रंग मंच में देखने को मिलेगी | जिस तरह गाने में सरगम और आलाप का महत्व है | उसी तरह अभिनय में रंगमंच का | 

   आलोक एक बेहतरीन अभिनेता के साथ- साथ , एक बहुत अच्छे दोस्त भी हैं | उनका एक पुराना सीरियल       'हमारे गाँव कोई आएगा' के कुछ एपिसोड मेरे दिल के बहुत करीब हैं | एक पोस्टमैन (आलोक पाण्डेय) का उस गाँव की लड़की के लिए मदद करना जिसको उसका पिता अर्थहीनता बश , उसकी शादी किसी अधेड़ उम्र के व्यक्ति से कराता है | ऐसे कई एपिसोड्स हैं जो बेहतरीन हैं | 





2014 में अनुराग कश्यप की शार्ट फिल्म "That Day After Every Day" में अभिनय करने का मौका मिला , जहाँ मेकर्स के साथ ऑडियंस ने भी उन्हें नोटिस करना शुरू किया | उसके बाद तो मेहनत अपना रंग दिखाने लगी , प्रेम रतन धन पायो (2015 ) ,  सनम तेरी कसम  (2016) जैसी बड़ी फिल्मों का हिस्सा बने | साल 2016 में आई "MS Dhoni - The Untold Story" में धोनी के दोस्त 'चिट्टू' के किरदार में उनको खूब सराहा गया |



 2017 की फिल्म "लखनऊ सेंट्रल" में बंटी का किरदार आलोक जी का सबसे बेहतरीन और यादगार किरदार है | फिल्म का क्लाइमेक्स आलोक (बंटी) के किरदार पर ही टिका हुआ था , और कितना बेजोड़ तरीके से निभाया उन्होंने | अगर आपने फिल्म देखी होगी तो आपको अदालत का आखिरी सीन रोने पर मजबूर करदेगा | बंटी का रोल कई बड़े अभिनेताओं और क्रिटिक्स ने सराहा | ये उनकी उम्दा फिल्मों में से एक बेहतरीन फिल्म है | 





उनकी आने वाली  फिल्मों में उनके हिस्से में कुछ अच्छी फिल्में और शार्ट फिल्म्स भी आईं हैं | गौरव जी के द्वारा लिखी और उनके डायरेक्शन  में बनी  शॉर्ट फिल्म "Kkk.... Kiran " पिछले साल प्रदर्शित हुई  |  अशोक  नंदा की फिल्म 'One Day' में आलोक पांडेय , अनुपम खेर के साथ अभिनय करते नजर आए | फिल्म "हम चार" जो कि  राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म है और इसे सूरज बड़जात्या जी ने प्रोड्यूस किया है |  जो पहले कई यादगार फिल्म्स जैसे - विवाह , हम साथ साथ है , हम आपके हैं कौन , मैंने प्यार किया जैसी कई ब्लॉक बस्टर और हिट दे चुके हैं | फिल्म 'बटला हाउस' जो कि  निखिल आडवाणी जी डायरेक्ट कर रहे हैं | जिसमें जॉन अब्राहम कॉप संजीव कुमार यादव की भूमिका में नजर आए | इससे पहले निखिल आडवाणी जी कल हो न हो , D- Day , हीरो , Airlift , जैसी कई सुपरहिट फिल्में दे चुके हैं | कुछ कुछ होता है , मोहब्बतें , कभी ख़ुशी कभी ग़म जैसी बेहतरीन फिल्मों को असिस्ट कर चुके हैं | 
Hum Chaar (Rajshri Production)

फिल्म बाटला हाउस के प्रमोशन के दौरान जॉन अब्राहम जी से पूछा गया कि पूरी फिल्म में उन्हें ऐसा कौन सा सीन और किरदार है जो सोचने पर मजबूर कर देता है वो तुफ़ैल (आलोक पांडेय ) का नाम लेते हैं | उस प्रमोशन की एक छोटी सी झलक |


                                


ये है फिल्म बाटला हाउस का वो सीन जिसमे जॉन अब्राहम और आलोक पांडेय का संवाद काफी हाईलाइट रहा | हर जगह इसकी चर्चा रही और कोई ऐसी जगह न रही जहाँ जॉन अब्राहम ने आलोक पांडेय के अभिनय की तारीफ न की हो | आप लोग भी सुने....... 


 आलोक पाण्डेय जी की ये 8वीं भी फिल्म थी | कई और ऐसी ही बेहतरीन फिल्में हमें देखने को मिलेंगी | आने वाले प्रोजेक्ट्स में दो web series 'एक्सेल एंटरटेनमेंट' (Ritesh Sidhwani, Farhan Akhtar) के बैनर तले और दूसरी 'फ्राइडे फिल्मवर्क्स' (Shital Bhatia, Neeraj Pandey) के बैनर तले बन रही है | 2 फिल्म्स announce  हो गई हैं एक 'हुड़दंग' जिसमें आलोक पांडेय ; एक्टर विजय वर्मा gully boy में मोईन का किरदार निभाने वाले ) और  सनी कौशल के साथ नजर आएंगे और दूसरी फिल्म 'सहर' जिसमें  हम उन्हें पंकज कपूर के साथ अभिनय करते देखेंगे |

 सुहाने की शुभकामनाएँ आलोक भाई को | तो इंतज़ार कीजिये , सिनेमा को मत कोसिये ! सिनेमा बदल रहा है | क्यूंकि अब देखने बाले बदल रहे हैं | उनका नजरिया बदल रहा है | बेहतरीन फिल्मों और अभिनेताओं को भी बेहतरीन दर्शक की जरुरत होती है | हर अच्छी और खूबसूरत फिल्म C.F.L. की तरह चमकदार नहीं दिखती दूर से  | कुछ 0 बाट के बल्ब की तरह होती हैं | जो थोड़े से ही प्रकाश में पूरा घर जगमगा देती हैं | आप किस तरह के दर्शक हैं  ,  ये आप पर निर्भर करता है  .......  

  -> भास्कर सुहाने














Comments

  1. यादगार������������सुहाने

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  2. भास्कर बहुत अच्छा है

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  3. आलोक बहुत बधाई, आशीर्वाद (विजय BNA)

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  4. Mere best chacha.. Fine actor, great human being.. Love you ..
    Nice writing

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